सफल होने के बाद, यह सफल होने के साथ-साथ सफल होने में भी सफल होता है। भविष्य में होने वाली इन जानकारियों से भविष्य में होने वाली बदलाव की भविष्यवाणी की जाएगी
घर का बना हुआ बनाने का अद्यतन प्रबंधन करेगा अद्यतन
खराब होने की स्थिति में खेलने के लिए बेहतर होगा। प्रोपर हवा और सूर्य प्रकाश का सामना करते हुए आप का 20 30: भूभाग निर्माण भी विहीन मुक्त
घर का बना हुआ बनाने का अद्यतन प्रबंधन करेगा अद्यतन
पूर्व योजना के कारण धन व समय की बचत होगी और बाद में आपकी पहुंच की पहुंच टूट जाएगी। फुट से बचे रहने से आप अपना नक्शा और योजना, यूट्यूब और अन्य वेबसाइटों से मुफ्त में स्वयं ले सकते हैं या शहर की किसी संरचना से घर का समय बना सकते हैं। उचित और सूर्य प्रकाश का ध्यान रखें आप का 20 30ः भूभाग निर्माण भी विहीन रहे l
घर का बना हुआ बनाने का अद्यतन प्रबंधन करेगा अद्यतन
पूर्व योजना के कारण धन व समय की बचत होगी और बाद में आपकी पहुंच की पहुंच टूट जाएगी। फुट से बचे रहने से आप अपना नक्शा और योजना, यूट्यूब और अन्य वेबसाइटों से मुफ्त में स्वयं ले सकते हैं या शहर की किसी संरचना से घर का समय बना सकते हैं। उचित और सूर्य प्रकाश का ध्यान रखें आप का 20 30ः भूभाग निर्माण भी विहीन रहे
धन्यवाद
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Laminated Door को Chemical Door भी कहते है ये बहुत ही सुन्दर और सस्ते होते है ये इतने आकर्षक होते हैं कि इनकी सुन्दरता देखते ही बनती है Laminated Door हमारे यहां पर 3D और Customize डिजाइन में उपलब्ध है
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आप सस्ते और सुंदर दरवाजे खोज रहे हैं तो केमिकल दूर आपकी लिए सबसे अच्छा विकल्प हैं केमिकल डोर को हम फ्लैश या लेमिनेशन दूर भी कहते हैं यह बहुत ही आकर्षक एवं सस्ते होते हैं 3क् प्लस दूर ने बाजार को और भी तेज गति से अपनी ओर आकर्षित किया है इस प्रकार के दरवाजों पर पेंट या पालिश की आवश्यकता नहीं होती है अच्छे फ्लैश दूर की पहचान मध्य से काटकर की जा सकती है इसके लिए कृपया लिंक पर क्लिक करके वीडियो देखें
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चौखट दरवाजे की नीव होती है चौखट का चुनाव करते समय विशेष सावधानी रखनी चाहिए क्योंकि यह बार.बार बदली नहीं जाती है
लकड़ी की चौखट लकड़ी की चौखट सर्वश्रेष्ठ चौखट होती है इसे बनवाते समय ध्यान देने की आवश्यकता है लकड़ी का चयन भी महत्वपूर्ण होता है
लकड़ी की चौखट दो प्रकार से बनती है कलम वाली चौखट बिना कलम वाली चौखट कलम वाली चौखट मजबूत तथा सुंदर होती है इसे बनाने में कारपेंटर को अधिक समय लगता है तथा अधिक मेहनत करनी पड़ती है कुशल कारीगर ही इस प्रकार की चौखट का निर्माण कर पाते हैं तुलनात्मक रूप से बिना कलम वाली चौखट कमजोर होती है तथा उसमें सादा बट्ट ज्वाइंट किया जाता है
लकड़ी की चौखट बनवाने के बाद कुछ विशेष सावधानियां रखनी चाहिए लकड़ी की चौखट तैयार कराने के बाद उस पर दीमक के तेल का एक कोट अवश्य करवा देना चाहिए लकड़ी के दरवाजे तथा चौखट घर के लिए श्रेष्ठतम होते हैं
जापानी चोखट गेलवेनाइज्ड स्टील लोहा जस्ता स्टील की चादर से बनी हुई चौखट को जापानी चोखट कहते हैं इस पर जिंक से कोटिंग कर दी जाती है ज्यादातर चौखट 16 इंच की चादर में बनाई जाती है जापानी चोखट पर जंग दीमक आप का प्रभाव बहुत ही कम होता है तथा यह लकड़ी की चौखट की तुलना में सस्ती होती है यह महंगी और मजबूत होती है जापानी चोखट में कुछ कमियां भी हैं यदि इस पर एक बार दंड आ जाए तो ठीक करना बहुत ही कठिन होता है कब्जे की वेल्डिंग हट जाने की शिकायत अक्सर आती रहती है वेल्डिंग करने पर पेंट जल जाता है तथा काले निशान पड़ जाते हैं और इसमें लकड़ी जैसी पॉलिश व फिनिशिंग भी नहीं आती है
स्टील चौखट किए स्टील के मोटे गेज के चौकोर या आयताकार पाइप की बनी होती हैं जी इनमें जंग आग का प्रभाव बहुत ही कम पड़ता है तथा दीमक भी नहीं लगती है ये महंगी और मजबूत होती है तथा देखने में भी सुंदर लगती हैं
लोहे की चौखट सस्ती और सुंदर चौखट का विकल्प लोहे की चौखट होती है यह कम वजन की चौखट होती है तथा इसे लोहे की एंगल में से बनाया जाता है
पत्थर की चौखट पत्थर की चौखट का प्रचलन वापस आ गया है यह ज्यादा महंगी तो नहीं होती लेकिन इसमें दरवाजे की कब्जे सेट करने में कठिनाई आती है तथा इस प्रकार की चौखट की उम्र बहुत अधिक होती है
कंडूइट पाइप -: अंडरग्राउंड फिटिंग में प्लास्टिक के बने हुए पाइप को कहते हैं लाइट फिटिंग में 25 एमएम 1 इंची साइज के कंडूइट पाइप का प्रयोग बहुताये किया जाता है इसी पाइप के अंदर वायर रहते हैं कंडूइट पाइप की गुणवत्ता इसकी चमक से परखी जा सकती है ज्यादा चमकीला पाइप गुणवत्ता युक्त होता है सामान्य यह पाइप 20 फिट की लंबाई में उपलब्ध रहते हैं होते हैं एक्सरे पर सॉकेट बना रहता है ताकि दूसरा पाइप का सिरा उसमें फिक्स हो सके मॉड्यूलर बॉक्स मॉड्यूलर बॉक्स लोहिया प्लास्टिक के बने होते हैं मैंने दीवार में फिक्स कर दिया जाता है स्विच सॉकेट और फैन रेगुलेटर फिटिंग की प्लेट इस पर फिट की जाती है
लोहे की माड्यूलर बॉक्स जैसा कि नाम से स्पष्ट है की यह लोहे की चादर को मोड़कर बनाए जाते हैं चादर की मोटाई की बात की जाए तो 16 गेज की चादर में से बने हुए मॉड्यूलर बॉक्स सबसे उपयुक्त होते हैं इन मॉड्यूलर बॉक्स को जंग से बचाने के लिए पेंट या जिंक कोटिंग की जाती है पेंट की अपेक्षा जिंक कोटिंग वाले मॉड्यूलर बॉक्स अधिक टिकाऊ होते हैं प्लास्टिक की मॉड्यूलर बॉक्स में जंग की कोई समस्या नहीं होती किंतु दुर्घटनावश बॉक्स के अंदर शॉर्ट सर्किट से आग लग जाए तो प्लास्टिक माड्यूलर बॉक्स के जलने की संभावना अत्यधिक रहती है इसलिए आपको हमारे यहां 16 गज की चादर में बने हुए तथा ऊपर से प्लास्टिक कोटिंग किए हुए सभी साइज के मॉड्यूलर बॉक्स मिल जाएंगे जिसमें न जंग लगेगी न ही जलने का खतरा होगा
कन सॉलिड बॉक्स कन सॉलिड बॉक्स का प्रयोग कन सॉलिड बॉक्स लाइट को लगाने के लिए किया जाता है कन सॉलिड लाइट दीवार के अंदर मॉड्यूलर बॉक्स की भांति लगाई जाती है आजकल इसका बहुत ज्यादा प्रचलन है
लकडी के खिडकी दरवाजे बनवाने से पहले जान ले ये बात, अन्यथा बाद में पछताना पडेगा
अच्छी लकड़ी की पहचान रंग, रेशे, महक तथा वजन से होती है आप यह चारों चीजों को देखकर लकड़ी का चुनाव करते हैं तो निश्चय ही आप सही लकड़ी का चुनाव कर पाएंगे
रंग (Colouer) - लकड़ी की पहचान करने का सबसे आसान तरीका लकड़ी का रंग ही है कच्ची लकड़ी का रंग हल्का होता है और पक्की लकड़ी का रंग गहरा होता है जब लकडी पक जाती है तो वह अपना रंग परिवर्तित कर लेती है जैसे पकने के बाद फल मीठा और गुणकारी हो जाता है उसी प्रकार लकड़ी पकने के बाद और भी मजबूत और सुंदर हो जाती है हर लकड़ी का अपना अपना अलग अलग रंग होता है जैसे कपूर की लकड़ी का रंग पीला, शीशम का रंग गहरा बादामी, देवदार की कच्ची लकड़ी का रंग हल्का पीला, पक जाने पर लकड़ी का रंग भूरा हो जाता है, साल की लकड़ी बादामी तथा सागौन (सागवान) रंग गोरा बादामी व हल्का लाल होता है
रेशे () - आप लकड़ी पर पॉलिश कराना चाहते हैं तो आपको रेशों का अवश्य ध्यान रखना चाहिए पॉलिश के बाद इन्हीं रेशों के कारण लकड़ी आकर्षक लगती है यदि आप लकड़ी पर पेंट करा रहे हैं तो रेशों का कोई विशेष महत्व नहीं रह जाता है
महक (Smell) - प्रत्येक लकड़ी में तेज या हल्की महक होती है तेज महक वाली लकड़ी ज्यादा चिकनी व मजबूत होती है जिस लकडी में तैल की मात्रा अधिक होती है उसकी महक ही उतनी तीव्र होती है इसी कारण इनमें दीमक भी बहुत कम लगती है
वजन (Weight/Density) - जिस लकड़ी का वजन यानी घनत्व अधिक होता है वह लकड़ी उतनी ही अच्छी होती है आप एक साइज की दो अलग.अलग प्रकार की लकड़ियां लीजिए जिस लकड़ी का वजन ज्यादा होगा वह उतनी ही मजबूत होगी चारों बिंदुओं को ध्यान में रखकर चुनी हुई लकड़ी का नाम भले ही आपको पता ना हो लेकिन आप अच्छी लकड़ी का चुनाव कर सकते हैं
है
इमारती प्रकाष्ठ (Lumber)
कपूर (Kapoor) - पूजा में प्रयोग किए जाने वाला कपूर इसी लकड़ी से प्राप्त होता है यह लकड़ी बहुत मजबूत होती है अन्य इमारती लकड़ियों की अपेक्षा बहुत कम चटकती है तथा इसकी उम्र भी काफी ज्यादा होती है कपूर की लकड़ी अपने गुणों के कारण अन्य लकड़ियों से महंगी होती है इस लकड़ी में फटने, चटकने अथवा टेढ़ी होने की शिकायत ना के बराबर ही है कपूर की लकड़ी का रंग पीला होता है इसको छीलने (रंदा) लगाने पर महक देती है
सागौन (Teak) - सागौन इसे हम सागवान के नाम से भी जानते हैं हमारे ब्रज क्षेत्र में एमपी टीक यानी मध्य प्रदेश क्षेत्र से आने वाली टीक बहुत प्रसिद्ध है किंतु वनों के अत्यधिक दोहन से इसकी उपलब्धता बहुत ही कम हो गई है सागौन मुख्य मलेशिया, घाना, वर्मा से आयातित होती है जो कि भारत में उत्पादित सागौन से महंगी होती है भारत में यह लकड़ी मुख्यतः केरल में उत्पादित होती है यह लकड़ी काफी मजबूत, कठोर एवं टिकाऊ होती है इस पर रंदा व पॉलिश करने के बाद काफी चिकनी और आकर्षक लगती है इसकी सीजनिंग (Seasoning) भी आसानी से हो जाती है इसका रंग गोरा बादामी हल्का लाल रंग होता है इसमें तीन की खुशबू की महक आती है और इसका वजन 600 से 650 किलोग्राम प्रति घन मीटर होता है
शीशम (Rosewood) - इसे ताली या सिसो वुड की नाम से भी जाना जाता है शीशम स्वदेशी बेहद मजबूत टिकाऊ महंगी लकड़ी होती है यह लकड़ी शीतलता प्रदान करने वाली तथा शुभ फलदाई होती है यह काफी वजनदार होती है इसकी सीजनिंग (Seasoning) की जा सकती है बिना सीजनिंग (Seasoning) की हुई लकड़ी वातावरण के अनुकूल सिकुड़ने फूलने की शिकायत देती है इस लकड़ी पर दीमक का बहुत ही कम असर होता है यह लकड़ी अपना तापमान सदैव मौसम के प्रतिकूल रखती है इसका रंग लाल होता है तथा यह सुंघने पर मीठी गन्ध देती है इसका घनत्व अर्थात वजन 750 से 800 किलोग्राम प्रति घन मीटर होता है यह मार्केट में लगभग 1800 से ₹2000 प्रति घन फुट में उपलब्ध होती है
देवदार (Deodara) -देवदार इस लकड़ी का घर में प्रयोग करना बहुत ही उपयुक्त होता है इसकी लकडी मजबूत हल्की और सुगन्धित होती है इसमें दरार मुडने ऐठन आदि का दोष नहीं होता है इसका घनत्व काफी कम होता है यह टिकाऊ व मजबूत इमारती लकड़ी होती है देवदार की कच्ची लकड़ी का रंग हल्का पीला होता है पक जाने पर लकड़ी का रंग भूरा हो जाता है इसका वजन 550 से 600 किलोग्राम प्रति घन मीटर होता है
साल (Shorea Robusta) - साल, सखुआ अथवा साखू की लकड़ी मजबूत वजनदार और कठोर होती है यह पानी या नमी वाले स्थान के लिए सबसे उपयुक्त लकड़ी है इसकी सीजनिंग बहुत ही धीमी गति से होती है लकड़ी में रंदा लगाकर चिकना तो किया जा सकता है किंतु पॉलिश अच्छे से नहीं हो पाती है यदि आप इस लकड़ी पर पेंट करना चाहते हैं तो यह भी आपके लिए अच्छा विकल्प है साल की लकड़ी का रंग भूरा बादामी होता है इसको महक से पहचान करना मुश्किल है इसका वजन 800 से 900 किलोग्राम प्रति घन मीटर होता है यह लकड़ी चौखट जंगली आदि के लिए सर्वोत्तम है साल वृक्ष विष्णु को बहुत प्रिय है महात्मा बुद्ध का जन्म तथा महावीर स्वामी को ज्ञान प्राप्ति साल वृक्ष के नीचे ही हुयी थी
बबूल (Indian Gum Arabic) -बबूल स्वदेशी सस्ती सुंदर और टिकाऊ लकड़ी होती है यह काफी मजबूत लकड़ी होती है भारत जैसे कृषि प्रधान देश में कृषि के उपकरण के निर्माण में बहुत आए इसी लकड़ी का प्रयोग होता रहा है यह काफी वजनदार लकड़ी होती है इस लकड़ी को सीजनिंग के बाद में प्रयोग लाया जाए तो सबसे सस्ता और अच्छा विकल्प है बबूल की लकड़ी का रंग गहरा बादामी होता है वजन 700.800 किलोग्राम प्रति घन मीटर होता है
खिडकी दरवाजों को मुडने (Banding) फूलने () से कैसे रोकें
खिडकी दरवाजों के निमार्ण से पहले लकडी को seasoning (Chemical Tretment) करा लेनी चाहिए तथा निमार्ण के बाद खिडकी दरवाजों Polish / Chemical से Waterprofing करा देनी चाहिए
Sensonig (Chemical Tretment) क्या होता है
एक Chemical प्रक्रिया के द्वारा लकडी में व्याप्त नमी को 6-8% तक सूखा दिया जाता है इसके बाद लकडी पर वातावरण का प्रभाव नहीं पडता और यह यथा स्थिति में बनी रहती है
कैसे विश्वास करें कि आपके द्वारा लकडी की Sensonig करायी गयी है
हम आपके समक्ष उपकरणों के द्वारा लकडी में व्याप्त नमी को चैक करके दिखायेगें
Solid Door & Window शीशम, सागवान, चीड, देवदार, कपूर, मरण्डी, नीम, आम, जामुन आदि इमारती लकडी के बने होते हैं। Solid Wood की उक्त लकडी के गुण-दोष की चर्चा हेतु सम्पर्क करें